Book Your Manglik Dosh Puja
मंगलीक दोष के बारे में जानकारी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष होता है, तो ऐसे व्यक्ति के विवाह में देरी होती है, शादी टूट जाती है, या यदि विवाह हो भी गया तो जीवनसाथी से सामंजस्य नहीं बैठता। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि कुंडली के सातवें भाव को विवाह या वैवाहिक जीवन का माना जाता है, और इस भाव में मंगल का होना अशुभ होता है। यह मंगल की स्थिति पति और पत्नी के बीच अहम के टकराव, तनाव, झगड़े और तलाक आदि का कारण बनती है। इसके अलावा व्यक्ति पर कर्ज का बोझ बढ़ता है और प्रॉपर्टी संबंधी कई तरह की समस्याएं आती हैं।
मंगलीक दोष क्या है?
मंगलीक दोष को समझने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वर-वधू की कुण्डली का मिलान करते समय इसे विशेष रूप से विचार किया जाता है। मंगलीक दोष का असर व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की समस्याएं ला सकता है। मंगल एक पाप ग्रह है और जब यह लग्न भाव, चतुर्थ भाव, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भाव में स्थित होता है, तो उस भाव पर इसका कुप्रभाव होता है, जिसे ‘मंगल-दोष’ कहा जाता है। और जिस जातक पर इसका प्रभाव होता है, उसे ‘मंगलीक’ कहते हैं।
कुण्डली के 1, 4, 7, 8 और 12 वें भाव के अन्तर्गत ‘मंगल कितना मंगलीक’ का विचार किया जाता है। प्रथम भाव से शरीर, चतुर्थ भाव से सुख, सप्तम भाव से काम विचार (पति-पत्नी सुख) तथा अष्टम भाव से मृत्यु का विचार किया जाता है। द्वादश भाव से व्यय, हानि आदि का विचार करते हैं। मंगलीक दोष के प्रभाव को समझने के लिए, इन भावों में मंगल की स्थिति का विश्लेषण किया जाता है।
लाल किताब के अनुसार मंगल के शुभ-अशुभ के भाव
लाल किताब के अनुसार मंगल चौथे और आठवें भाव में अशुभ होता है, जबकि शेष भावों में शुभ फल प्रदान करता है। यदि मंगल किसी भवन में अकेला बैठा है, तो जातक चिड़ियाघर के कैदी की भाँति होता है।
मंगलीक दोष निवारण के उपाय
यदि आपकी कुंडली में मंगलीक दोष है, तो आप निम्नलिखित उपायों को अपना सकते हैं:
- लाल रुमाल अपने पास रखें।
- तंदूर में मीठी रोटी पकाकर कुत्ते को खिलाएं।
- चाँदी के कड़े में लोहे की कील लगवाकर धारण करें।
- दक्षिण दिशा के द्वार वाले मकान में न रहें।
- ताँबे अथवा सोने की अंगूठी में साढ़े पाँच रत्ती मूंगा जड़वाकर धारण करें। नकली मूंगा हानिकर सिद्ध होगा।
- किसी कंवारी कन्या को मीठा खिलाएं। बहन को भी मीठा खिलाएं।
मंगलीक दोष की पूजा पंडित शिवाय गुरुजी द्वारा
अगर किसी ज्योतिषी ने या जानकार ने आपकी कुंडली में मंगलीक दोष होने की बात कही है, तो घबराएं नहीं। पंडित शिवाय गुरुजी, उज्जैन के अनुभवी और प्रसिद्ध पंडित, मंगलीक दोष निवारण की पूजा करते हैं। उन्होंने अपने वर्षों के अनुभव से अनेकों भक्तों को राहत दिलाई है। गुरुजी के पास आने वाले भक्त देश-विदेश से आते हैं और शुभ परिणाम प्राप्त करते हैं। पूजा सामग्री हमारे द्वारा ही उपलब्ध की जाती है और पूजा विधि पूरी श्रद्धा और नियम से की जाती है।