Book Your Mahamrityunjay Jaap
महामृत्युंजय जाप क्या है?
महामृत्युंजय मंत्र, जिसे मृत संजीवनी मंत्र भी कहा जाता है, भगवान शिव को प्रसन्न करने वाला एक अत्यंत शक्तिशाली मंत्र है। यह मंत्र ऋग्वेद से लेकर यजुर्वेद तक में मिलता है। महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से मनुष्य की सभी बाधाएं और परेशानियां खत्म हो जाती हैं और उसे संसार के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।
मंत्र का हिंदी अर्थ
हम भगवान शिव की आराधना करते हैं, जो तीन नेत्रों वाले हैं और मीठी खुशबू से संपन्न हैं। जिस प्रकार एक ककड़ी अपने बंधन से मुक्त हो जाती है, उसी प्रकार हम भी मृत्यु के बंधनों से मुक्त हों और अमरता को प्राप्त करें।
महामृत्युंजय मंत्र के लाभ:
- दीर्घायु (लम्बी उम्र): इस मंत्र का नियमित जाप करने से लंबी उम्र पाने की इच्छा पूरी होती है।
- रोगमुक्ति: यह मंत्र रोगों से मुक्ति दिलाता है और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
- भयमुक्त जीवन: इस मंत्र के जाप से व्यक्ति भयमुक्त जीवन जीता है और अकाल मृत्यु के डर से दूर रहता है।
- कष्टों से मुक्ति: महामृत्युंजय मंत्र के जाप से संसार के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
- दोष निवारण: यह मंत्र मांगलिक दोष, नाड़ी दोष, कालसर्प दोष, भूत-प्रेत दोष, रोग, दुःस्वप्न, गर्भनाश, और संतानबाधा जैसे दोषों का नाश करता है।
महामृत्युंजय जाप की विधि
महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjay Jaap in Ujjain) का जाप विशेष विधि से किया जाता है। इसके लिए विशेष अनुष्ठान और विधि-विधान का पालन किया जाता है। हमारे अनुभवी पंडित जी द्वारा यह जाप विधि पूर्वक संपन्न कराया जाता है।